सकून देकर के वो बेकसी दे गया
जाने आँखों में कैसी नमी दे गया
मुझसे लेकर के वादा खुश रहने का
वो बदले में मुझको बेबसी दे गया
मैंने मुस्कुराहट उनसे क्या मांग ली
खुद पे हंसता रहूँ वो हंसी दे गया
शायद मिलकर मुझसे ख़ुशी नहीं मिली
इसलिए वो करार अजनबी दे गया
सीने में जारी है एक घबराहट सी
वो कहने को तो मुझे जिंदगी दे गया
रिश्ता पक्का हुआ दोनों में बीच में
कहकर हाथों में वो एक घड़ी दे गया
बोलकर आखरी बेचैन मुलाक़ात है
अपनी उम्र भर की मुझको कमी दे गया
जाने आँखों में कैसी नमी दे गया
मुझसे लेकर के वादा खुश रहने का
वो बदले में मुझको बेबसी दे गया
मैंने मुस्कुराहट उनसे क्या मांग ली
खुद पे हंसता रहूँ वो हंसी दे गया
शायद मिलकर मुझसे ख़ुशी नहीं मिली
इसलिए वो करार अजनबी दे गया
सीने में जारी है एक घबराहट सी
वो कहने को तो मुझे जिंदगी दे गया
रिश्ता पक्का हुआ दोनों में बीच में
कहकर हाथों में वो एक घड़ी दे गया
बोलकर आखरी बेचैन मुलाक़ात है
अपनी उम्र भर की मुझको कमी दे गया