आज तक जारी है आजमाइश उनकी
खुदा ही जाने क्या है ख्वाइश उनकी
वजूद का कोना कोना तो नाप चुका
बाकि है और कितनी पैमाइश उनकी
जां देने तक की मैंने हामी भर ली
और क्या पूरी करू फरमाइश उनकी
माँ के बाद उसी का दिल खूबसूरत लगा
इससे ज्यादा क्या करू सताइश उनकी
देर सवेर पलको पर चमकने वाले
सब जुगनू है बेचैन पैदाइश उनकी
सताइश -- प्रशंसा
खुदा ही जाने क्या है ख्वाइश उनकी
वजूद का कोना कोना तो नाप चुका
बाकि है और कितनी पैमाइश उनकी
जां देने तक की मैंने हामी भर ली
और क्या पूरी करू फरमाइश उनकी
माँ के बाद उसी का दिल खूबसूरत लगा
इससे ज्यादा क्या करू सताइश उनकी
देर सवेर पलको पर चमकने वाले
सब जुगनू है बेचैन पैदाइश उनकी
सताइश -- प्रशंसा