हुश्न तेरा बेहद ही खूंखार लगता है
तू तो कोई विदेशी हथियार लगता है
तुम्हारे लिए होगी जरा सी अदा मगर
ये मुस्कुराना कलेजे के पार लगता है
सचमुच नही होगा मन देखकर बेईमान
बता किस पर तुझको एतबार लगता है
आग बिजली शोला-ओ-कयामत एक साथ
मुझको तो तबाही का आसार लगता है
क्या सोचकर दे तुझे कोई फूल बेचैन
तू सरापा कोई गुलज़ार लगता है
तू तो कोई विदेशी हथियार लगता है
तुम्हारे लिए होगी जरा सी अदा मगर
ये मुस्कुराना कलेजे के पार लगता है
सचमुच नही होगा मन देखकर बेईमान
बता किस पर तुझको एतबार लगता है
आग बिजली शोला-ओ-कयामत एक साथ
मुझको तो तबाही का आसार लगता है
क्या सोचकर दे तुझे कोई फूल बेचैन
तू सरापा कोई गुलज़ार लगता है
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