वो दे गया जिसकी तलाश थी मुझे
गुज़रा साल कैसे भुलाउंगा तुझे
कुछ भी दे दे अब आने वाला वक्त
मैं जीत का हासिल बताऊंगा तुझे
दिन महीने साल गुजरें कितने ही
तारीख की पलकों पर सजाऊंगा तुझे
भरोसा रख जिंदगी अपने दीवाने पर
अह्सासे-खुशनसीबी दिलाऊंगा तुझे
क्यूं हो जाता हूँ बात बात पर बेचैन
मिल किसी रोज समझाऊंगा तुझे
गुज़रा साल कैसे भुलाउंगा तुझे
कुछ भी दे दे अब आने वाला वक्त
मैं जीत का हासिल बताऊंगा तुझे
दिन महीने साल गुजरें कितने ही
तारीख की पलकों पर सजाऊंगा तुझे
भरोसा रख जिंदगी अपने दीवाने पर
अह्सासे-खुशनसीबी दिलाऊंगा तुझे
क्यूं हो जाता हूँ बात बात पर बेचैन
मिल किसी रोज समझाऊंगा तुझे
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