सच -झूठ का दोस्ताना मत भूल
आटे में नमक मिलाना मत भूल
कामयाबी झक मारकर आएगी
खुद को काबिल बनाना मत भूल
उम्मीदें है औलाद से अगर
तू गलती पर धमकाना मत भूल
हवस और महोब्बत अलग अलग है
फर्क दोनों के दरमियाना मत भूल
उसूलो से छेड़ करे जो शख्स
तमाचा उसे लगाना मत भूल
आराम से रह कोठियों में मगर
तू घर अपना पुराना मत भूल
भूल जा बेशक याददश्त बेचैन
उसका मगर मुस्कुराना मत भूल
आटे में नमक मिलाना मत भूल
कामयाबी झक मारकर आएगी
खुद को काबिल बनाना मत भूल
उम्मीदें है औलाद से अगर
तू गलती पर धमकाना मत भूल
हवस और महोब्बत अलग अलग है
फर्क दोनों के दरमियाना मत भूल
उसूलो से छेड़ करे जो शख्स
तमाचा उसे लगाना मत भूल
आराम से रह कोठियों में मगर
तू घर अपना पुराना मत भूल
भूल जा बेशक याददश्त बेचैन
उसका मगर मुस्कुराना मत भूल
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